प्राधिकरण की छत्रछाया में हो रहा है अवैध बहुमंजिला भवन का निर्माण
ऋषिकेश । योग नगरी ऋषिकेश में मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण की नाक के नीचे कई अवैध निर्माण हो रहे हैं लेकिन जिस उद्देश्य के लिए यहाँ ऋषिकेश में एम.डी. डी.ए. ने अपना शाखा कार्यालय खोला हुआ है, उस कसौटी पर वह खरा नहीं उतर रहा है। आश्चर्य की बात तो यह है कि एक बहुमंजिला भवन के चौथे मंजिल के अवैध निर्माण के बारे में प्राधिकरण को लिखित शिकायत करने के बाद भी वह निर्माण कार्य आज भी निर्वाध रूप से चल रहा है। एक माह पूर्व ‘ग्रामीण समय’ द्वारा प्राधिकरण के ऋषिकेश स्थित कार्यालय में एक शिकायती पत्र देकर आवासीय क्षेत्र में स्वीकृत नक्शे के विपरीत बन रहे बहुमंजिला भवन के बारे में अविलंब कार्यवाही करने का अनुरोध किया गया था लेकिन प्राधिकरण के अधिकारियों ने इस तरफ आँखें मूंद ली है। यहाँ आम चर्चा है कि प्राधिकरण में कोई भी काम बिना दक्षिणा भेंट किए नहीं होता है वह चाहे वैध ही क्यों न हो। उधर, अवैध निर्माण के एवज में तो मोटी भेंट प्राधिकरण के अधिकारियों को चढ़ानी होती है तभी तो वह आँखें मूंद कर भवन निर्माता को खुली छूट देते हैं।
सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि भवन मालिक निर्माण करवाने लिए नक्शा तो आवासीय पास करा लेते हैं लेकिन निर्माण व्यावसायिक कर ले रहे हैं। इसी कृत्य के लिए प्राधिकरण के सर्वे सर्वाओं को मोटी भेंट चढ़ाई जाती है तभी तो भवन निर्माता, बेधङक होकर मनमाने ढंग से अवैध निर्माण करते हैं/कर रहे हैं। यहां प्राधिकरण की चुप्पी सवालों के घेरे में हैं। हां, कभी-कभार प्राधिकरण नोटिस देकर अपनी इतिश्री कर लिया करता है। प्रश्नगत मामले में प्राधिकरण ने अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की है। अब देखना यह है कि एमडीडीए कब तक शिकायत का संज्ञान लेता है? लेता है भी या नहीं । प्राधिकरण का इस तरह का रवैया भाजपा सरकार की छवि को दागदार कर रहा है।