पंजाब। अचानक पुलिस की गतिविधियां बढ़ गई हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, वारिस पंजाब दे का प्रमुख और खलिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह आज आत्मसमर्पण कर सकता है। सूचना है कि उसने आत्मसर्पण से पहले कुछ शर्तें पुलिस के सामने रखी हैं। जरनैल सिंह भिंडरांवाले का पैतृक गांव रोड मोगा जिले में है। अमृतपाल खुद को भिंडरांवाले का समर्थक बताते हुए 29 सितंबर को वारिस पंजाब दे संगठन का प्रमुख बन गया। इसी गांव में उसकी दस्तारबंदी की गई।
किसान आंदोलन और उसके बाद 26 जनवरी 2021 को लाल किला हिंसा मामले में दीप सिद्धू का नाम आया। 15 फरवरी 2022 को दिल्ली से पंजाब लौटते वक्त सोनीपत के पास एक सड़क हादसे में दीप सिद्धू की मौत हो गई थी। इस बीच अमृतपाल दुबई से लौटा और 29 सितंबर, 2022 को मोगा के गांच रोडे पहुंचा।
अमृतसर वारिस पंजाब दे मुखी अमृतपाल सिंह की तरफ से श्री हरमंदिर साहिब से आत्मसमर्पण करने की चर्चा है। यह जानकारी मिलते ही सुरक्षा बल और पंजाब पुलिस हरमंदर साहब और इसके आसपास तैनात कर दी गई है। हरमंदर साहब को जाने वाले सभी रास्तों पर बड़ी नाकेबंदी कर दी गई है। चार पहिया वाहन जाने पर पूरी तरह पाबंदी लगा दी गई है। लोग पैदल और दो पहिया वाहन पर ही जा सकते हैं। हरमंदर साहब को जाने वाले सारे रास्तों पर भारी सुरक्षा के बंदोबस्त किए गए हैं। इसके साथ ही बड़ी संख्या में गुप्तचर एजेंसियों के अधिकारी और कर्मचारी भी तैनात किए गए हैं। आस-पास के होटलों में छानबीन की जा रही है।