पौड़ी। जिलाधिकारी डॉ0 आशीष चौहान की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में राज्य के विभिन्न विभागों की भूमि/परिसंपत्तियों के अतिक्रमण को तत्काल रोके जाने एवं हटाए जाने के संबंध में जनपदीय विभागीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक आयोजित की गयी। बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि सभी विभागों को अपने स्वामित्व, अर्द्वस्वामित्व अतिक्रमित अथवा जिस स्थ्तिि में भी भूमि परिसंपत्ति उस विभाग से संबंधित है उसके संबंध में लैण्ड बैंक का पूर्ण विवरण तैयार किया जाना है। इस संबंध में जिलाधिकारी ने सभी विभागों को निर्देशित किया कि सभी विभाग अपनी-अपनी सभी तरह की भूमि/परिसंपत्ति का ठिक तरह से आकलन कर लें। परिसंपत्ति की श्रेणी, वर्तमान स्थिति तथा कितनी परिसंपत्ति इत्यादि का ठिक से आकलन कर शुरूआती विवरण प्रस्तुत करेंगे।
जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि परिसंपत्ति का आकलन करते हुए उसको विभागीय परिसंपत्ति पंजिका में अंकित करें। उन्होंने विवरण को निर्धारित प्रारूप में देने को कहा। उन्होंने 3-4 दिनों में इस संबंध में शुरूआती डेटा प्रस्तुत करने को कहा। जिलाधिकारी ने कहा कि परिसंपत्ति आकलन का कार्य सही सावधानीपूर्वक करें, जिससे किसी भी दशा में गलत विवरण दर्ज ना हो सके। विवरण प्रस्तुत करने के बाद संबंधित विभागीय अधिकारी से इसका घोषण पत्र भी लिया जायेगा कि परिसंपत्ति के संबंध में प्रस्तुत विवरण सही-सही है। इसके पश्चात समय के साथ संबंधित विभागों के परिसंपत्ति के विवरण को क्रास वैरिफाई भी किया जायेगा, जिसमें यदि पूर्व विवरण में कोई कमी पाई जाती है तो संबंधित विभागीय अधिकारी की जिम्मेदारी तय की जायेगी। इसलिए पहले से ही सही-सही विवरण प्रस्तुत करें।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अपूर्वा पाण्डे, अपर जिलाधिकारी ईला गिरी, अधीक्षण अभियंता लोनिवि पीएस बृजवाल, अधीक्षण अभियंता जल संस्थान संजय सैनी, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 प्रवीण कुमार, मुख्य शिक्षाधिकारी डॉ0 आनंद भारद्वाज, उपजिलाधिकारी सदर मुक्ता मिश्रा, अधिशासी अभियंता लोनिवि धनसिंह कुटियाल, जिला समाज कल्याण अधिकारी विनोद उनियाल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।