केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा के प्रदेश चुनाव प्रभारी प्रल्हाद जोशी ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि राहुल गांधी की कन्फ्यूजन की आदत उनकी पूरी पार्टी में फैल गई है। तभी तो मुख्यमंत्री बनने को उतावले पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत पहले चुनाव न लड़ने की बात करते थे और अब तय हार से डरकर सीट बदल रहे हैं। कभी वे कहते हैं उज्याड़ू बैलों को पार्टी के खेत में नहीं आने देंगे और अब उन्हीं के साथ चुनावी फसल उगाने की कसम खाते दिखते हैं। कभी उत्तराखंड हरदा के संग का नारा देते हैं तो कभी अपने नेतृत्व में चुनाव लड़ने को अपना ही घमंड बताकर माफी मांगते हैं।
पत्रकारों से बातचीत में जोशी ने यह भी आरोप लगाया कि चुनाव के समय कांग्रेस सुविधावादी ङ्क्षहदू बनने के साथ ही सैनिक प्रेमी भी बन जाती है। उन्होंने कहा कि यह वही कांग्रेस है, जिसने वन रैंक-वन पेंशन के मसले को लटकाए रखा। सेना को आधुनिक हथियार व साजोसामान तक नहीं दिया। कांग्रेस के एक नेता ने दिवंगत सीडीएस जनरल बिपिन रावत को गली का गुंडा कहा। इसी कांग्रेस ने सर्जिकल स्ट्राइक के शौर्य के सबूत मांगे थे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने एक नहीं अनेक बार सेना व सैनिकों का अपमान किया।
चार काम नहीं, बल्कि सिर्फ भ्रष्टाचार
कांग्रेस को घेरते हुए जोशी ने कहा कि चारधाम-चार काम का नारा देने वाली कांग्रेस की असलियत को जनता जानती है। कांग्रेस का चारधाम-चार काम नहीं, बल्कि एक ही दाम है भ्रष्टाचार। कांग्रेस सरकार आने पर उसका एक ही काम होता है दाम वसूलना। हरीश रावत का नाम लिए बगैर उन्होंने कहा कि कांग्रेस के सबसे बड़े चेहरे, ऐसे पहले मुख्यमंत्री रहे जो मुख्यमंत्री रहते हुए स्टिंग कैमरे पर अपने ही प्रदेश को लूटने का लाइसेंस देते नजर आए। उन्होंने रावत पर तुष्टीकरण की नीति अपनाने का आरोप भी लगाया।
जनता की मांग के अनुसार होते हैं कुछ निर्णय
प्रदेश सरकार द्वारा देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड, गैरसैंण कमिश्नरी जैसे निर्णय वापस लिए जाने संबंधी प्रश्न पर जोशी ने कहा कि हमारी नीति और दिशा स्पष्ट है। कुछ निर्णय ऐसे होते हैं, जो जनता की मांग के अनुसार करने होते हैं। पत्रकार वार्ता में भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी एवं राज्यसभा सदस्य अनिल बलूनी, भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष डा देवेंद्र भसीन, महामंत्री राजेंद्र भंडारी व कुलदीप कुमार, प्रदेश प्रवक्ता सुरेश जोशी, पूर्व सांसद बलराज पासी, प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान, बीकेटीसी के अध्यक्ष अजेंद्र अजय आदि उपस्थित थे।