नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीजेपी को चंदा देने का अभियान शुरू किया है। उन्होंने इसके लिए ‘भारत रत्न’ अटल बिहारी वाजपेयी की 97वीं जयंती का मौका चुना। शनिवार दोपहर एक ट्वीट में पीएम मोदी ने जानकारी दी कि उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के पार्टी फंड में 1,000 रुपये दान किए हैं। मोदी ने कहा कि ‘हमेशा राष्ट्र को सबसे आगे रखने का हमारा आदर्श और हमारे कैडर की आजीवन निस्वार्थ सेवा करने की संस्कृति आपके छोटे दान से और मजबूत होगी। बीजेपी को मजबूत बनाने में मदद कीजिए। भारत को मजबूत बनाने में मदद कीजिए।’
पीएम मोदी के साथ-साथ केंद्रीय मंत्रिपरिषद के कई सदस्यों ने भी बीजेपी को चंदा दिया है। इनमें अमित शाह, नितिन गडकरी, स्मृति ईरानी का नाम प्रमुख है। इन नेताओं ने भी बीजेपी को चंदा देने की अपील की है।
बीजेपी चंदे के मामले में लगातार 7वें साल अव्वल रही है। 2019-20 में उसे सबसे ज्यादा 785 करोड़ रुपये का चंदा मिला। इस दौरान कांग्रेस को 139 करोड़ का चंदा मिला। इस तरह बीजेपी को कांग्रेस के मुकाबले 5 गुना से भी ज्यादा चंदा मिला है। बीजेपी की तरफ से निर्वाचन आयोग के सामने चंदे को लेकर फरवरी में जमा नवीनतम रिपोर्ट और जून 2021 में चुनाव आयोग की तरफ से सार्वजनिक की गई जानकारी के मुताबिक पार्टी को 785 करोड़ रुपये का चंदा मिला। जानकारी के मुताबिक बीजेपी के चंदे में सबसे अधिक योगदान इलेक्टोरल ट्रस्ट, उद्योगों और पार्टी के अपने नेताओं ने किया।
बीजेपी को सबसे अधिक चंदा देने वाले नेताओं में पीयूष गोयल, पेमा खांडू, किरण खेर और रमन सिंह शामिल हैं। इनके अलावा आईटीसी, कल्याण ज्वेलर्स, रेयर इंटरप्राइजेस, अंबुजा सीमेंट, लोढा डिवेलपर्स और मोतीलाल ओसवाल कुछ प्रमुख उद्योग समूह हैं जिन्होंने बीजेपी को चंदा दिया। न्यू डेमोक्रेटिक इलेक्टोरल ट्रस्ट, प्रूडेंट इलेक्टोरल ट्रस्ट, जलकल्याण इलेक्टोरल ट्रस्ट, ट्रिम्फ इलेक्टोरल ने भी बीजेपी के फंड में योगदान दिया।