गोरखपुर सदर विधानसभा से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ चुनाव लड़ रहे भीम आर्मी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद ने समाजवादी पार्टी से चुनावी गठबंधन की विफलता पर कहा कि उन्होंने अपनी तरफ से पूरा प्रयास किया, लेकिन सपा दलितों को सम्मान नहीं देना चाहती। सपा के नेताओं को कहीं न कहीं भय था कि सत्ता बनने पर चंद्रशेखर दलितों, मुस्लिमों और महिलाओं के सवाल पर चुप नहीं बैठेगा
कांशीराम के आदर्शों पर चलकर लड़ेंगे नौजवानों की लड़ाई
उन्होंने कहा कह हमें गोरखपुर की जनता से प्यार है इसलिए गोरखपुर आए हैं। हम यहां की जनता का दिल जीतना चाहते हैं। हम लड़ेंगे नौजवानों, बहनों, माताओं, बुजुर्गों व एकता के लिए। हम कांशीराम को अपना नेता मानते हैं और उनके आदर्शों पर चलेंगे। गोरखपुर में विकास के नाम पर कहा कि कोई भी मरीज बीमार होता है तो वह एम्स जाता है। यहां एम्स से मरीज को बीआरडी मेडिकल कालेज रेफर किया जाता है।
उठाया विश्वविद्यालय छात्रा की मौत का मामला
उन्होंने कहा कि गोरखपुर विवि की छात्रा प्रियंका भारती की हत्या का आज तक खुलासा नहीं हो पाया। विवि के हिंदी विभाग के निलंबित प्रोफेसर कमलेश गुप्ता को सिर्फ इसलिए निलंबित कर दिया गया कि वह विभागाध्यक्ष नहीं बन सके। इसको लेकर आज भी वह आंदोलन कर रहे हैं।
इमरान मसूद के सवाल काट गए कन्नी
पश्चिमी यूपी के विवादित नेता और दंगों के आरोपों से घिरे इमरान मसूद के साथ अपने संबंधों को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि मीडिया को यहां यह सवाल नहीं पूछना चाहिए। उन्होंने कहा कि मेरी जगह यदि जेपी नड्डा बैठे होते तो क्या यही सवाल पूछा जाता। इस पर एक मीडियाकर्मी ने पूछा कि इमरान मसूद के साथ देशद्रोह के मामले में आप पर भी रासुका के तहत कार्रवाई हुई थी, क्या उनके कहने पर ही गोरखपुर चुनाव लड़ने आए हैं? इस पर उन्हाेंने कहा कि सहारनपुर का होने के चलते उनकी इमरान मसूद से जान-पहचान है।