सीएम धामी बोले गड़बडी करने वालो को कतई बख्शा नहीं जायगा
देहरादून। उत्तराखंड में पटवारी-लेखपाल भर्ती की परीक्षा से पहले देश का सबसे सख्त नकलरोधी कानून लागू हो सकता है। दस फरवरी को होने वाली कैबिनेट की बैठक में इसका प्रस्ताव आ सकता है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की घोषणा के तहत देश का सबसे सख्त नकलरोधी कानून उत्तराखंड में लागू होने जा रहा है। इसमें नकल माफिया के लिए उम्रकैद तक की सजा का प्रावधान किया जा रहा है। न्याय विभाग ने इस पर सुझाव दिए थे, जिसके बाद यह विधायी विभाग को भेजा गया था। अब सुझावों में संशोधन के बाद कानून का मसौदा दोबारा न्याय विभाग को भेज दिया गया है।
माना जा रहा है कि 10 फरवरी को होने वाली कैबिनेट की बैठक में इसका प्रस्ताव लाया जा सकता है। ताकि 12 फरवरी को होने वाली पटवारी-लेखपाल भर्ती परीक्षा से पहले इसका अध्यादेश लाया जा सके। अंदरखाने इसकी तैयारी भी शुरू कर दी गई है। प्रदेश मंत्रिमंडल की बैठक 10 फरवरी को होने जा रही है। इसमें पर्यटन नीति, जोशीमठ आपदा के अलावा वाहन खरीद नीति का प्रस्ताव भी आ सकता है।
गड़बडी करने वालो को कतई बख्शा नही जायगा : सीएम
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर एसआईटी हरिद्वार की जांच उपरांत आज थाना कनखल पर । म्/श्रम् परीक्षा प्रश्न पत्र लीक प्रकरण में 9 लोगो पर नामजद लोगो पर धारा 420,409,120इ पचब 3/4 सार्वजनिक परीक्षा अधिनियम, 7/8 भ्रष्टाचार अधिनियम 1988 में मुक़दमा दर्ज कर दिया गया है। “हमारी सरकार पूरे सिस्टम को सुधारने के लिए कृत्संकल्प है। भर्तियों में गड़बडी करने वालो को कतई बख्शा नही जायगा।यूकेपीएससी की एई और जेई परीक्षाओं में शिकायते मिलने पर तुरंत जांच के आदेश दिए गए थे।मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है। इनमें जो भी संलिप्त पाया जाएगा, उस पर सख्त कार्यवाही सुनिश्चित की जायेगी। पहले भी विभिन्न भर्तियों में गड़बडी करने वालों को जेल भेजा गया है। ऐसी व्यवस्था बनाई जा रही है कि पूरे पारदर्शी और साफ सुथरे तरीके से भर्ती परीक्षाएं हो। भर्ती कैलेंडर जारी कर उसके अनुरूप परीक्षाएं आयोजित की जा रही हैं। जल्द ही देश का सबसे कड़ा नकल विरोधी कानून लाया जा रहा है। प्रदेश के युवाओं के साथ कोई अन्याय नहीं होने दिया जाएगा।“