पौड़ी। यमकेश्वर ब्लौक अन्तर्गत प्राचीन फूलचट्टी संगम स्थल में नहाण वास बिखोती/बैसाखी मेला समिति द्वारा बिखोती मेला को पुनर्जीवित कर संगम स्थल में नहाण हेतु पहुंचे तमाम भक्तों को प्रसाद वितरण किया गया है।
फूलचट्टी में गंगा और हिंवल नदी के प्राचीन संगम में बिखोती नहाण हेतु पहुंचे तमाम भक्तों ने संगम पर स्नान के बाद गंगा में पुष्प अर्पित कर पूजा अर्चना की। नव गठित समिति सदस्यों द्वारा बिखोती मेला स्थल पर पीपल बृक्ष के साथ -साथ कई अन्य छायादार वृक्ष भी रोपित किए गए। उपस्थित तमाम सदस्यों द्वारा बिखोती मेला क्षेत्र को सरकार से संरक्षित कर विकसित करने की मांग की गई। जिससे पारम्परिक लुप्त मेलों को पुनर्जीवित कर रोजगार और रिवर्स पलायन को महत्व मिल सके।
ऐसे पौराणिक प्राचीन संगम स्थलों को विकसित कर तीर्थाटन के उपयोगी बनाया जाना चाहिए। इस मौके पर फूलचट्टी के संस्थापक स्वामी देवस्वरूपानन्द जी महाराज, समिति अध्यक्ष शक्ति सिंह राणा, को०अ० सत्यपाल सिंह राणा, कलमसिंह राणा, ग्राम पंचायत मराल प्रधान संदिप कुमार क०प्रमुख दिनेश भट्ट,पू०प्र० पुष्कर भंडारी आदि गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।