विधानसभा चुनाव में बसपा ऐसे उम्मीदवारों को टिकट नहीं देगी जो आपराधिक प्रवृत्ति के हैं। बसपा प्रमुख मायावती ने इस बाबत अपने सभी मुख्य जोन इंचाजोँ एवं जिलाध्यक्षों को निर्देश दिए हैं कि उम्मीदवार से यह शपथ पत्र भी लिया जाए उसका कोई आपराधिक इतिहास नहीं है।
चुनावी तैयारियों को लेकर बसपा सुप्रीमो अपने पदाधिकारियों को निर्देशित कर रही हैं। उन्होंने दो दिन तक लगातार पदाधिकारियों की बैठक ली। बैठक में सबसे ज्यादा फोकस उम्मीदवारों की छवि पर किया गया है। मायावती ने कहा है कि हत्या, अपहरण, महिला उत्पीड़न, बवाल या अन्य जघन्य अपराध के आरोपी किसी व्यक्ति को भी टिकट न दिया जाए। हर उम्मीदवार के बारे में अच्छी तरह से पड़ताल कर ली जाए।
मायावती ने कहा कि कुछ लोगों पर मुकदमे हो जाते हैं पर वे उसमें दोष मुक्त हो चुके होते हैं या फिर उनके बारे में तमाम तरह की केवल चर्चाएं रहती हैं। ऐसे सभी उम्मीदवारों से शपथपत्र लेना जरूरी है कि वे किसी आपराधिक गतिविधि में लिप्त नहीं हैं और न ही उन पर कोई आपराधिक मामला दर्ज है।
मायावती ने कहा कि प्रत्येक विधानसभा सीट पर टिकट के लिए कम से कम तीन आवेदकों का औसत रखें। उनमें जो भी सबसे बेहतर हो, उसे ही टिकट दिया जाएगा। प्रत्येक उम्मीदवार का वोट बैंक, छवि और उसकी राजनीतिक पृष्ठभूमि का आकलन जरूर कर लिया जाए। बसपा का काडर वोटर तो उसे मिलेगा ही पर उसके पास इसके अलावा कितना अतिरिक्त वोटर जुड़ सकता है, इस पर गंभीरता से अध्ययन किया जाए।