नई दिल्ली। एविएशन इंडस्ट्री के दिन अच्छे नहीं चल रहे है। अब एक बड़ी खबर आकासा एयर से आ रही है। बताया जा रहा है कि इस एयरलाइन पर बंद होने का खतरा मंडराने लगा है। चौकानें वाली बात ये हैं कि इस एयरलाइन को केवल 13 महीने पहले ही धूमधाम से लांच किया गया था। बाजार के बिग बुल कहे जाने वाले दिवंगत राकेश झुनझुनवाला के निवेश वाली इस कंपनी की 13 महीने में ही बुरी हालत हो गई है। कंपनी के 43 पायलटों अचानक एक साथ इस्तीफा दे दिया है। कंपनी ने खुद ये माना है कि उसपर बंद होने का खतरा मंडराने लगा है। दिल्ली हाईकोर्ट में कंपनी ने कहा कि इस तरह अचानक इतने इस्तीफों से कंपनी बंद होने की कगार पर पहुंच गई है। वहीं अब 700 के करीब फ्लाइटें कैंसिल होने का खतरा मंडरा रहा है।
600 फ्लाइट्स करनी पड़ी कैसिंल मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आकासा ने पायलट्स यहां से इस्तीफा देकर एयर इंडिया में ज्वाइन कर रहे हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक इन पायलटों नें नोटिस पीरियड क सर्व नहीं किया। आकासा एयर हर रोज 120 फ्लाइट्स ऑपरेट करती है। लेकिन अचानक से इतनी भारी तादाद में इस्तीफो के कारण कंपनी को अगस्त के महीने नें करीब 600 फ्लाइट्स कैसिंल करनी पड़ी। अब कंपनी के पास इस महीने भी फ्लाइट्स को कैसिल करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। विवान उड़ाने के लिए कंपनी के पास पायलट्स की किल्लत हो चुकी है।
मामला सुधरता हुआ नहीं देख आकासा ने कोर्ट का रुख किया। कंपनी ने कोर्ट से अपील की है कि एविएशन रेगुलेटर डीजीसीए अनिवार्य नोटिस सर्व करने के नियमों का पालन करने को कहे। दरअसल नियमों के तहत ऑफिसर ग्रेड के लिए 6 महीने का नोटिस सर्व करना जरूरी है। वहीं कैप्टन के लिए नोटिस पीरियड की अवघि एक साल की है। इसलिए कंपनी ने कोर्ट से मांग की है कि पायलट नोटिस पीरियड सर्व करे। हालांकि डीसीजीए ने मामले पर हाथ खीचते हुए साफ कर दिया है कि वो ऐसा नही कर सकती क्योकिं कंपनी ने इसके लिए कोर्ट में अपील की हुई है।