मध्य प्रदेश। मंदसौर जिले में सनसनीखेज वारदात सामने आई है। यहां एक शख्स ऑनलाइन रमी गेम में 8 लाख रुपये हार गया। इस रकम को चुकाने के लिए उसने चचेरे भाई के साथ मिलकर 15 साल के लडक़े का अपहरण कर लिया और उसके पिता से फिरौती मांगी। फिरौती न मिलने पर उन्होंने नाबालिग की हत्या कर दी। आरोपी ने पुलिस को गुमराह करने के लिए चोरी की सिम का इस्तेमाल किया। पुलिस ने आरोपयों को पकडक़र कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने सुनवाई के बाद उन्हें जेल भेज दिया। इस हत्या के बाद जिला प्रशासन ने आरोपियों के घर बुलडोजर चला दिया।
जानकारी के मुताबिक, मंदसौर जिले के गुराडिया प्रताप गांव का रहने वाला 15 साल का नाबालिग विजेश प्रजापत 8 फरवरी को सुवासरा स्थित स्कूल जाने के लिए घर से निकला। लेकिन, वह स्कूल नहीं पहुंचा। रास्ते में ईंट-भट्टे के मालिक मालिक शुभम प्रजापत और उसके चचेरे भाई अजय प्रजापत ने उसका अपहरण किया। उन्होंने भट्टे पर ही काम करने वाले विजेश के पिता बद्रीलाल को बेटे के अपहरण की सूचना दी और उससे 5 लाख रुपये फिरौती मांगी। यह सुनकर बद्रीलाल के होश उड़ गए। उसने इसकी सूचना पुलिस को दी।
बद्रीलाल ने पुलिस को बताया कि उसके ईंट-भट्टे के मालिक शुभम प्रजापत के फोन पर उसके बेटे के अपहरण की सूचना मिली है। अपहरणकर्ता कह रहे हैं कि 5 लाख रुपये नहीं दिए तो उसकी हत्या कर देंगे। पुलिस ने पहले इस बात पर गौर नहीं किया, लेकिन जब विजेश शाम तक घर नहीं लौटा तो पुलिस हरकत में आई। लेकिन, इस बीच विजेश की हत्या हो गई थी। आरोपियों ने उसकी हत्या कर शव बोरे में भर लिया। उसके बाद उसे जंगल में फेंक दिया।
पुलिस ने जांच शुरू की और बद्रीलाल से उस नंबर के बारे में पूछा जिससे शुभम को फोन आया था। जांच के दौरान पुलिस को आशंका हुई कि कहीं न कहीं शुभम प्रजापत का इस मामले में हाथ हो सकता है। पुलिस ने उसकी कॉल डिटेल निकाली और उस नंबर और सिम का पता लगा लिया जिससे फोन आया था। यह सिम ईंट-भट्टे पर काम करने वाले बापूसिंह की थी। उसका मोबाइल गुम हो गया था। पुलिस ने जब शुभम और अजय से कड़ी पूछताछ की तो वे टूट गए।
उन्होंने बता दिया कि बापूसिंह की सिम से ही विजेश के पिता बद्रीलाल को फोन किया था। पुलिस अधीक्षक अनुराग सुजानीया ने बताया कि आरोपी शुभम ऑनलाइन रमी गेम खेलता था। वह इस गेम में 8 लाख रुपये हार गया था। यही रकम चुकाने के लिए उसने विजेश का अपरहण किया और 5 लाख रुपये फिरौती मांगी। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. आगे की विवेचना जारी है। पुलिस ने दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर जेल भिजवा दिया। इधर, प्रशासन ने उनके घरों पर बुलडोजर चला दिया है।