विटामिन डी की कमी से बचना है तो जानें धूप में बैठने का सही समय और तरीका

“सनशाइन विटामिन” शरीर को मज़बूत ही नहीं, मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी जरूरी है

भारत जैसे देश में जहां सालभर सूरज चमकता रहता है, वहां विटामिन डी (Vitamin D) की कमी होना कई लोगों को हैरान कर सकता है। लेकिन स्वास्थ्य रिपोर्ट्स बताती हैं कि हमारे देश में भी लाखों लोग इस पोषक तत्व की कमी से जूझ रहे हैं। विटामिन डी को “सनशाइन विटामिन” कहा जाता है, क्योंकि यह शरीर में तब बनता है जब त्वचा सूरज की यूवीबी (UVB) किरणों के संपर्क में आती है।

 धूप से विटामिन डी पाने का सही समय क्या है?

हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, सुबह 10 बजे से दोपहर 3 बजे के बीच का समय विटामिन डी लेने के लिए सबसे बेहतर माना जाता है।
इस दौरान सूर्य की किरणों में मौजूद यूवीबी किरणें सबसे प्रभावशाली होती हैं, जो त्वचा में विटामिन डी बनने की प्रक्रिया को सक्रिय करती हैं। बहुत से लोग सोचते हैं कि सुबह-सुबह की हल्की धूप फायदेमंद होती है, लेकिन वास्तव में दोपहर से पहले वाली तेज धूप ज्यादा असरदार होती है — बस जरूरत से ज्यादा देर तक न बैठें।

कितनी देर और कैसे लें धूप

रोजाना 15 से 30 मिनट धूप में बैठना पर्याप्त है।

कोशिश करें कि आपके चेहरा, हाथ और पैर सीधे धूप के संपर्क में हों।

धूप लेने के तुरंत बाद शरीर को कपड़ों से ढक लें या छाया में चले जाएं।

धूप में बैठते समय ये गलती न करें

धूप में बैठने से पहले सनस्क्रीन का उपयोग न करें।
सनस्क्रीन एक रक्षक परत की तरह काम करता है जो यूवीबी किरणों को रोक देता है, जिससे शरीर में विटामिन डी बनने की प्रक्रिया 90% तक घट जाती है।
पहले 15-30 मिनट बिना सनस्क्रीन के धूप लें, फिर सनस्क्रीन लगाकर त्वचा की सुरक्षा करें।

त्वचा का रंग भी करता है असर

जिन लोगों की त्वचा का रंग गहरा (डार्क) होता है, उन्हें हल्की त्वचा वाले लोगों की तुलना में 3 से 5 गुना अधिक समय धूप में रहना पड़ता है ताकि पर्याप्त विटामिन डी बन सके।

अगर धूप नहीं मिल पा रही तो क्या करें?

यदि आप रोजाना धूप में नहीं बैठ पाते, तो आहार से भी विटामिन डी ले सकते हैं।
अपने भोजन में शामिल करें:

अंडे की जर्दी (Egg Yolk)

सैल्मन, टूना जैसी मछलियां (Fatty Fish)

फोर्टिफाइड दूध और अनाज (Fortified Milk & Cereals)

या फिर डॉक्टर की सलाह से विटामिन डी सप्लीमेंट का सेवन करें।