आपदा परिचालन केंद्र का डीएम ने किया निरीक्षण, अलर्ट मोड में रखने के निर्देश
फोन नहीं उठाने वाले अफसरों पर होगी सख़्त कार्रवाई, सचल दल वाहन में लगेगा जीपीएस
पौड़ी गढ़वाल: जिलाधिकारी स्वाति एस. भदौरिया ने शनिवार को आपदा परिचालन केंद्र का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायज़ा लिया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने मौजूद आपदा उपकरणों व सैटेलाइट फोन का अवलोकन किया और उन्हें अलर्ट मोड पर रखने के निर्देश दिये। साथ ही तहसील स्तर के अधिकारियों को भी आपदा उपकरण अलर्ट पर रखने को कहा। उन्होंने स्पष्ट किया कि आपदा की किसी भी स्थिति में त्वरित संप्रेषण और कार्रवाई सुनिश्चित की जाय। जिलाधिकारी ने सभी उपजिलाधिकारियों से प्रतिदिन आपदा से संबंधित रिपोर्ट लेना अनिवार्य रूप से सुनिश्चित करने को कहा। इसके साथ ही आपदा प्रबंधन अधिकारी को टेंट, स्ट्रेचर, रिमोट एरिया लाइट, तिरपाल समेत अन्य आवश्यक सामग्री की खरीद के निर्देश भी दिये। उन्होंने कहा कि राहत सामग्री की उपलब्धता समय रहते सुनिश्चित की जानी चाहिये।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने अधिकारियों की लापरवाही पर सख़्त रुख अपनाते हुये कहा कि कई अधिकारी आपदा की स्थिति में फोन नहीं उठाते हैं, जो गंभीर लापरवाही है। इसके लिये उन्होंने संबंधित अधिकारियों को रैंडम कॉल कर चेक करने के निर्देश दिये। उन्होंने चेतावनी दी कि आपदा के समय यदि कोई अधिकारी फोन बंद रखता है या रिसीव नहीं करता है, तो उनके विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई की जायेगी।
डीएम ने निर्देश दिये कि हेलीपैड, जेसीबी ऑपरेटरों के मोबाइल नंबर, लोकेशन समेत अन्य महत्वपूर्ण सूचनाएं एक बुकलेट के रूप में तैयार की जाए और सभी संबंधित अधिकारियों को उपलब्ध करायी जाय। साथ ही सचल दल वाहन में जीपीएस सिस्टम लगाने और जेसीबी मशीनों के जीपीएस की नियमित मॉनिटरिंग करने के निर्देश भी दिये। उन्होंने कहा कि किसी भी नदी का जल स्तर यदि चेतावनी स्तर से ऊपर जाता है, तो तुरंत संबंधित क्षेत्रवासियों को अलर्ट किया जाय। जिलाधिकारी ने निरीक्षण पंजिका को सुव्यवस्थित और अद्यतन रखने के भी निर्देश आपदा अधिकारी को दिये। जिलाधिकारी ने यह भी कहा कि आपदा में लगी एलईडी स्क्रीन के माध्यम से आपदा से संबंधित जीपीएस की लोकेशन ट्रेस करें। इसके अलावा जिलाधिकारी ने कांवड़ यात्रा के दौरान ड्रोन से निगरानी करने के भी निर्देश आपदा प्रबंधन अधिकारी को दिये।
भारत मौसम विज्ञान विभाग, देहरादून द्वारा जारी पूर्वानुमान के अनुसार जनपद गढ़वाल में एक जुलाई तक भारी बारिश की संभावना जतायी गयी है। इसके साथ ही गर्जना, आकाशीय बिजली और तीव्र से अति तीव्र वर्षा के दौर की चेतावनी भी दी गयी है। मौसम विभाग ने इस अवधि के लिये येलो और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
इस अलर्ट को देखते हुए जिलाधिकारी स्वाति एस. भदौरिया ने समस्त अधिकारियों और विभागों को सतर्क रहने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि जनपद में किसी भी स्थिति से निपटने के लिये हर स्तर पर सतत निगरानी रखी जाय और फील्ड में तैनात अधिकारी व कर्मचारी पूरी तरह सक्रिय और सजग रहें। जिलाधिकारी ने कहा कि किसी भी आपदा या दुर्घटना की सूचना तत्काल जिला आपातकालीन परिचालन केंद्र को दी जाए ताकि त्वरित कार्यवाही सुनिश्चित की जा सके। इसके लिये हेल्पलाइन नंबर 01368-221840 और 8279982285 जारी किये गये हैं।
जिलाधिकारी ने लोक निर्माण विभाग, राष्ट्रीय राजमार्ग, पीएमजीएसवाई व अन्य संबंधित विभागों को निर्देशित किया है कि यदि कहीं भी सड़कों में अवरोध उत्पन्न होता है, तो उसकी जानकारी तुरंत साझा की जाए और मार्गों को शीघ्र सुचारू किया जाय। वहीं राजस्व उपनिरीक्षक, ग्राम विकास अधिकारी और पंचायत स्तर के सभी कार्मिकों को अपने-अपने क्षेत्रों में बने रहने और किसी भी परिस्थिति के लिये तैयार रहने को कहा गया है। साथ ही पुलिस थानों और चौकियों को आपदा प्रबंधन उपकरणों के साथ सतर्क और क्रियाशील रहने के निर्देश दिये गये हैं।
जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिये हैं सभी अधिकारी बिना अनुमति मुख्यालय नहीं छोड़ेंगे। विद्यालयों में विद्यार्थियों की सुरक्षा को देखते हुये सावधानी बरतने को कहा गया है, वहीं आवश्यक स्थिति में लोगों को फंसे होने की दशा में भोजन और चिकित्सकीय सहायता उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिये हैं। जिलाधिकारी ने कहा कि जिला प्रशासन पूर्ण रूप से सतर्क है और किसी भी स्थिति से निपटने के लिये तैयार है। उन्होंने आमजन को मौसम की गंभीरता को समझते हुये एहतियात बरतें और प्रशासन द्वारा जारी दिशा निर्देशों का अनुपालन करने को कहा।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी अनिल सिंह गर्ब्याल, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी दीपेश काला, मास्टर ट्रेनर आपदा किशन पंवार व आपदा प्रबंधन के कर्मचारी उपस्थित रहे।